Bulandshahr
विकास के नाम पर मेन बाजार औरंगाबाद की सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे
बुलंदशहर जनपद का कस्बे औरंगाबाद विकास के नाम पर नेताओं की उपेक्षा का शिकार है. विकास को तरसते इस कसबे का आलम यह है कि यहाँ के मेन बाजार की सड़क इतनी खराब हो चुकी है कि पता ही नहीं चलता है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क. अगर आप दो पहिया वाहन स्कूटर या स्कूटी लेकर इस सड़क पर से गुजरते हैं तो सही सलामत घर पहुंचकर ईश्वर का शुक्रिया अदा अवश्य करियेगा. वर्ना वाहन में खामी आनी लाजमी है.
ऐसा नहीं है कि यहाँ की नगर पंचायत को सरकार से बजट नहीं मिलता.अथवा यहाँ के जन प्रतिनिधयों को सांसद निधि या विधायक निधि नहीं मिलती है. मिलता सब को भरपूर है बस कमी है तो धन को यहाँ के विकास पर खर्च करने की है.
नगर पंचायत का सालाना बजट ही करोड़ों रुपये का है लेकिन विकास के नाम पर उसके काम सिफर ही कहे जायेंगे. लोगों का तो यहाँ तक कहना है कि जो भी औरंगाबाद का चेयरमैन एक कार्यकाल के लिए भी बन जाता है उसकी सात पीढ़ी उसकी उसी कमाई से घर बैठे खा सकतीं हैं. यदि विश्वास ना हो तो चुने गए जन प्रतिनिधियों की पूर्व माली हालत और वर्तमान माली हालत का आकलन करके वस्तु स्थिति का जायजा किसी भी सरकारी एजैंसी से कराकर लिया जा सकता है.
नेताओं की तो बात ही छोड़ दीजिए यदि जन प्रतिनिधियों के चमचों और उनके मूंह लगे छुटभैये लोगों की माली हालत का ही आकलन करा लिया जाये तो विकास के नाम पर कितना डकारा गया है या कितना घोटाला किया गया है सामने आते देर ना लगेगी. यहाँ के तो अफसरों व कर्मचारियों तक की पो बारह है विकास क्या खाक होगा. विकास के नाम पर धन कहाँ खर्च हुआ यह जांच का विषय है.
औरंगाबाद से राजेन्द्र अग्रवाल