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अंतर्राष्ट्रीय

क्या इमरान Pok को पाकिस्तान में मिलाने जा रहे हैं?

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि वो अपने नियंत्रण वाले जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान के मुख्य भू-भाग में नहीं मिलाएगा.

पाकिस्तान में इस तरह की अफ़वाह थी कि वो भी भारत की तरह ऐसा करने वाला है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फ़ारूक़ी ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि ‘इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है’.

पाकिस्तान में इसे लेकर कई हफ़्तों से हलचल है. इस बात को तब और बल मिला, जब पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के प्रधानमंत्री फ़ारूक़ हैदर ख़ान ने कहा कि ‘वे इस स्वायत्त क्षेत्र के आख़िरी प्रधानमंत्री होंगे’.

इसके बाद ये अफ़वाह और भी बढ़ी जब पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर ने अपनी एक ब्यूरोक्रेसी सर्विस का नाम बदला.

कश्मीर – दोनों देशों के बीच विवाद का मुद्दा

कहा जा रहा है कि पाकिस्तान भी अब भारत की तरह कोई फ़ैसला ले सकता है.

पाकिस्तानी अख़बार डॉन ने लिखा है कि ‘यहाँ इस बात की चर्चा है कि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर पर ख़तरा है इसलिए मुख्य भू-भाग में मिला लेना चाहिए’.

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी हफ़्ते कहा था कि भारत पाकिस्तान से एक हफ़्ते में ही युद्ध जीत लेगा.

प्रधानमंत्री मोदी की इस टिप्पणी पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि ‘भारत को पुलवामा हमले के बाद का वो वाक़या याद रखना चाहिए जब उसके लड़ाकू विमान को मार गिराया गया था’.

आइशा फ़ारूक़ी ने कहा, ”भारत अपने यहाँ अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ भेदभाव और कश्मीर से ध्यान को भटकाना चाहता है, इसलिए युद्ध छेड़ने के बयान आते रहते हैं. किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान की सेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है. हम भारत के नियंत्रण वाले कश्मीर में जारी मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को दुनिया के अलग-अलग मंचों पर उठा रहे हैं. हम कश्मीर पर चुप नहीं रह सकते.”

पाकिस्तान अपने हिस्से वाले कश्मीर को ‘आज़ाद कश्मीर’ कहता है.

1947 में भारत-पाकिस्तान के बँटवारे के बाद से ही कश्मीर दोनों देशों के बीच विवादित मुद्दा रहा है.

1947 के बाद जम्मू, भारत प्रशासित कश्मीर और लद्दाख भारत के नियंत्रण में है, वहीं पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर और उत्तरी कश्मीर (गिलगित और बल्टिस्तान) पाकिस्तान नियंत्रित हैं जबकि अक्साई चिन और ट्रांस काराकोरम (शक्सगाम घाटी) चीन के पास हैं.

क्षेत्रफल के हिसाब से कश्मीर के केवल 45 फ़ीसदी हिस्से पर ही भारत का वास्तविक नियंत्रण है जबकि पाकिस्तान का लगभग 35 फ़ीसदी कश्मीर पर नियंत्रण है. बाक़ी का 20 फ़ीसदी हिस्सा चीन के नियंत्रण में है.

पाकिस्तान में इसी 35 फ़ीसदी हिस्से को मुख्य भू-भाग में पूरी तरह से मिला लेने की बात हो रही है. भारत और पाकिस्तान दोनों पूरे जम्मू-कश्मीर पर अपना दावा करते हैं

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