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साप्ताहिक पैंठ में जेबकतरों उठाईगीरों, मनचलों और तडीमारों का बोलबाला

शुक्र बाजार में हर सप्ताह होती हैं वारदातें पुलिस अनजान

औरंगाबाद (बुलंदशहर) औरंगाबाद में प्रत्येक शुक्रवार को अजीजाबाद रोड पर साप्ताहिक पैंठ लगती है। इस पैंठ में गांव देहात की महिलाएं और कस्बे की जनता बड़ी संख्या में दैनिक उपभोग का सामान खरीदने आते हैं। पैंठ में खरीददारों में अधिकांश महिलाएं अधिक होती हैं। इस साप्ताहिक पैंठ में जहां विक्रेता दूर दूर से अपनी दुकान लगाने आते हैं वहीं दूसरी ओर उठाईगीरों, जेबकतरों मनचलों की भी भरमार कम नहीं दिखाई देती। शायद ही कोई पैंठ गुजरती हो जिसमें महिलाओं से पर्स ना छीनता हो लोगों की जेब ना कटती हो और उठाईगीरों की कारगुजारी घटित ना होती हो। घटना होती हैं थोड़ी देर पीड़ितों का रोना पीटना सनसनी और फिर सब कुछ पहले की तरह सामान्य। जानकार बताते हैं कि अव्वल तो कोई थाने, चौकी अथवा पुलिस तक पहुंचने की जहमत उठाता ही नहीं और यदि कोई पहुंच भी जाता है तो नतीजा सिफर ही रहता है। अक्सर भीड़ भाड़ का फायदा उठाकर अपराधी और शातिर बदमाश अपना काम बखूबी अंजाम देने के साथ पुलिस को खुली चुनौती देते हैं लेकिन पकड़ में कोई नहीं आ पाता।

शुक्रवार को एक महिला का पर्स छीन कर कोई भाग निकलने में कामयाब रहा। हाय तौबा मचा कर पीड़िता अपने नसीब को कोसते गांव चली गई।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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