नई दिल्ली. भारत ने 28 अक्टूबर को राजस्थान में पोखरण रेंज में स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में सटीक तरीके से लक्ष्य को भेदने में माहिर इस हथियार के और परीक्षण की उम्मीद है.
भारत ने यह परीक्षण ऐसे समय में किया है जबकि दो दिन पहले ही 27 अक्टूबर को देश ने अपनी सैन्य शक्ति में इजाफा करते हुए बुधवार को सतह से सतह पर प्रहार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण-प्रक्षेपण किया जो अत्यंत सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर निशाना साध सकती है.
27 अक्टूबर को किया था अग्नि-5 का परीक्षण
ओडिशा में एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से बुधवार देर शाम करीब 7:50 बजे अग्नि-5 का परीक्षण किया गया था. अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परियोजना पर काम एक दशक से अधिक समय पहले शुरू हुआ था. परियोजना की जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि यह मिसाइल का पहला यूजर ट्रायल है जिसकी जद में चीन का सुदूर उत्तरी हिस्सा आ सकता है.
पहले अग्नि-5 और अब स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार का परीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब भारत की पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है. अग्नि-5 परियोजना का उद्देश्य चीन के खिलाफ भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है जिसके पास डोंगफेंग-41 जैसी मिसाइलें हैं जिनकी क्षमता 12,000 से 15,000 किलोमीटर तक प्रहार करने की है.