[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
Bulandshahr

ब्रेकिंग न्यूज़- अनूपशहर विधानसभा सीट रालोद के खाते में जाने की प्रबल संभावना

अनूपशहर विधानसभा सीट रालोद के खाते में जाने की प्रबल संभावना, सपा के उम्मीदवारों में मचा हुआ है घमासान, रालोद के खाते में सीट जाने से सपा की मुस्किल हो जायेगी आसान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नव वर्ष की शुरुआत में संपन्न हो जाने की प्रबल संभावना है. सत्तारूढ़ भाजपा सहित तमाम राजनैतिक दल आसन्न चुनाव में अपनी अपनी संभावनाओं को टटोलने में लगे हुए हैं. सत्ता की दौड़ में जुटे तमाम राजनैतिक दल हर हथकंडे को अपनाने से बाज नही आ रहे.

रालोद सपा गठबंधन तय हो जाने के बाद अनूपशहर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव और भी दिलचस्प हो उठा है.

जहाँ सत्तारूढ़ भाजपा के वर्तमान विधायक संजय शर्मा अपने टिकट पर कोई संसय नहीं मानकर चल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बसपा के गजेंद्र सिंह भी अपना टिकट फाइनल मानकर चल रहे हैं. और संभावना भी यही है कि भाजपा और बसपा अपने दावेदारों में कोई फेरबदल शायद ही करे.

सबसे दिलचस्प स्थिति समाजवादी पार्टी और रालोद के गठबंधन की सामने आ रही है. जहाँ एक ओर रालोद के राजीव चौधरी, सुनील चरौरा, डा० भीष्म सिंह प्रोफेसर राजीव लोधी जैसे दिग्गज अपना टिकट लगभग पक्का मानते नजर आ रहे हैं वहीं सबसे ज्यादा घमासान समाजवादी पार्टी में मची हुई है. समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष सैयद हिमायत अली लगातार तीसरी बार उम्मीदवारी की हैट्रिक लगाने को बेताब हैं वहीं जाट वोटरों के सहारे चौधरी होशियार सिंह अपनी दावेदारी को सबसे प्रबल मानकर चल रहे हैं. नये उम्मीद वारों में चौधरी अनिल कुमार आर्किटेक्ट, कुसुम शर्मा तो ना जाने कब से क्षेत्र में अपनी उम्मीदवारी तय मानकर चुनावी रथयात्रा द्वारा क्षेत्र में अपनी उपस्थित दर्ज कराते आ रहे हैं. इन सबको पछाड़ कर टिकट पक्का मानने वाले मुकेश शर्मा टिकट की दौड़ में सबसे आगे बताये जा रहे हैं.

चुनाव में हार जीत तो अभी दूर की कौड़ी के समान है लेकिन फिलहाल तो टिकट पर ही सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. जानकर सूत्रों के अनुसार रालोद के खाते में बुलंद शहर, स्याना तो फाइनल हो चुकी हैं कशमकश अनूपशहर और खुर्जा पर चल रही है संभावना तो यही है कि अनूपशहर विधानसभा सीट रालोद के खाते में जा रही है. दावेदारी में मची घमासान के चलते सपा भी इस सीट पर रालोद की दावेदारी कबूल करने की मन: स्थिति में बताई जा रही है. ऊंट किस करवट बैठेगा यह आने वाला वक्त ही ठीक ठीक बता पायेगा.

राजेन्द्र अग्रवाल

Show More

Related Articles

Close