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उत्तराखंड

विश्वभर में डेरे की करोड़ों साध-संगत करेगी अनाथ बुजुर्गों की सेवा

  •  डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत डॉ गुरमीत रामरहीम इन्सां ने साध-संगत से कहा माता-पिता भगवान के दिये अनमोल उपहार है, इनका पूरा-पूरा रखें ख्याल
  • करोड़ों साध-संगत से संत गुरमीत रामरहीम इन्सां ने अनाथ माता-पिता की सेवा के लिए रैन बसेरे, मकान आदि बनाकर देने और सेवा करने की बात कही

बागपत के शाह सतनाम आश्रम बरनावा में जब से डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत डॉ गुरमीत रामरहीम इन्सां का आगमन हुआ है, तब से विश्व भर की करोड़ों साध-संगत में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। नेक कार्यो को करने का सिलसिला कई गुना बढ़ गया है। साध-संगत में एक अलग ही उत्साह देखा जा रहा है। लगभग 140 प्रकार के समाजसेवा कार्यों को कर अनेकों वर्षो से विश्व की शीर्ष सेवा संस्थाओं में शुमार डेरा सच्चा सौदा आश्रम के प्रमुख संत डॉ गुरमीत रामरहीम इन्सां ने विश्वभर में फैली डेरे की लाखों-करोड़ों साध-संगत को माता-पिता की महानता से अवगत कराया। उन्होंने साध-संगत से कहा कि माता-पिता भगवान के दिये अनमोल उपहार है, इनका आप पूरा-पूरा ख्याल रखें। उन्होंने उन बुजुर्ग माता-पिता के लिए चिंता व्यक्त की, जिनके बच्चे या तो उनकी सेवा नही करते है या फिर माता-पिता के लिए गलत शब्दों का प्रयोग करते है, या फिर बच्चों ने बुजुर्ग होने के कारण अपने माता-पिता को घर से बाहर निकाल दिया है। रामरहीम इन्सां ने विश्वभर में फैली करोड़ों साध-संगत से अनाथ माता-पिता की सेवा के लिए रैन बसेरे, मकान आदि बनाकर देने और उनकी सेवा करने की बात कही। उन्होंने बुजुर्ग माता-पिता से भी आग्रह किया कि वे प्रभु का सुमिरन करें और बच्चो को टोका-टाकी ना करते हुए बच्चों द्वारा की जा रही सेवा का आनन्द उठाये। उन्होंने माता-पिता से बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ नैतिक, धार्मिक शिक्षा दिलवाये जाने पर बल दिया। जिससे माता-पिता की बुजुर्ग अवस्था में बच्चें इन शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए श्रवण कुमार की भॉंति अपने माता-पिता की सेवा कर सके। अपने पूर्वजों का नाम रोशन करें और अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें।

रिपोर्टर विवेक जैन

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