अपराध
दोस्त के लिए नाबालिक लड़की ने दूसरे लड़के पर किया संगीन केस, ऐसे रची झूठी कहानी
दोस्त के लिए नाबालिक लड़की ने दूसरे लड़के पर किया संगीन केस, ऐसे रची झूठी कहानी
इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में कुछ दिन पहले एसिड अटैक की धमकी का मामला दर्ज करवाकर सनसनी फैलाने वाली नाबालिग लड़की झूठी निकली. लड़की ने अपने ही नाबालिग दोस्त की मदद करने के लिए दूसरे परिचत लड़के पर केस दर्ज करा दिया. पुलिस की छानबीन में पूरा सच सामने आ गया. पुलिस ने नाबालिग लड़की को समझाइश देकर मामला खत्म कर दिया.
जूनी इंदौर पुलिस ने बताया कि इलाके में रहने वाले 15 वर्षीय छात्रा के पिता हाल ही में थाने आए थे. उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी कि अजय साहू ने उनकी नाबालिग बेटी को उसके इंस्टाग्राम अकाउंट पर धमकाया. इतना ही आरोपी ने छात्रा के ऊपर एसिड फेंकने की भी धमकी दी. इतना ही नहीं आरोपी धमका कर 25 हजार रुपए भी ले चुका है. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अजय पहले भी छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में जेल में रह चुका है.
आरोपी का नहीं कोई सोशल अकाउंट
इसके बाद जब पुलिस अजय साहू को हिरासत में लिया और कड़ी पूछताछ शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस की मुसीबत उस वक्त और बढ़ गई जब आरोपी ने बताया कि उसका किसी भी तरह का कोई सोशल अकाउंट नहीं है. पुलिस ने इंस्टाग्राम मुख्यालय को ईमेल कर लड़की द्वारा बताई गई, ऑपरेटर, सर्वर एवं अन्य जानकारी मांगी. इस दौरान पुलिस को जो नंबर मिला वह लड़की के ही नाम दर्ज था. पुलिस को आशंका हुई कि अजय ने लड़की के दस्तावेजों पर सिम ले ली होगी. लेकिन पुलिस का शक गलत निकला.
लड़की के मोबाइल में ही मिली सिम
पुलिस की जांच में पता चला कि वह नंबर किशोरी के ही मोबाइल का है. इसके बाद पुलिस ने किशोरी से गहरी पूछताछ की तो उसने सारा राज खोल दिया. उसने पुलिस को बताया कि अपने एक अन्य नाबालिग दोस्त की मदद करने के बाद उसने यह झूठी कहानी रची थी. दरअसल, किशोरी का एक नाबालिग मित्र है. उसकी मां की कुछ समय पहले तबियत खराब थी. उस वक्त उसने किशोरी से पैसों की तंगी की बात कही थी. किशोरी ने अपने घर से पैसे लाकर उसकी मदद कर दी. लेकिन, यह बात उसने अपने परिजनों को कभी नहीं बताई. इसीलिए उसने यह झूठी कहानी बनाई.
इसलिए लड़की के लिए सॉफ्ट टारगेट था लड़का
पुलिस ने बताया कि अजय के खिलाफ किशोरी पहले भी छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवा चुकी थी. इसलिए उसने फिर से उसी शख्स पर आरोप लगाना आसान समझा. लड़की ने आरोपी के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बना ली. धमकी पैसा वसूली, और एसिड अटैक जैसी कहानी गढ़ ली. पुलिस अधीक्षक महेशचंद जैन ने बताया कि जूनी इंदौर थाने में दर्ज प्रकरण की जांच के दौरान नया खुलासा हुआ. पुलिस ने किशोरी की शिकायत पर अजय के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया था. जांच के दौरान वह निर्दोष पाया गया. साथ ही, केस में लड़की और उसके साथी की भूमिका संदिग्ध पाई गई. चूंकि, दोनों नाबालिग हैं, इसलिए समझाइश देकर केस खत्म कर दिया गया.