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राष्ट्रीयसाहित्य उपवन

आतंकवाद या कटरपंथी रैडिकल उन्माद

आतंकवाद या कटरपंथी रैडिकल उन्माद - दिव्य अग्रवाल

भोपाल. मंगलवार को मीलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान धार और जबलपुर में उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की.धार में प्रतिबंधित क्षेत्र से जब पुलिस ने जुलूस रोकने का प्रयास किया तो जुलूस में शामिल कट्टरपंथी उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया । ऐसा क्या कारण है कि कट्टरपंथी हमेशा ही जुलूस , जलसे आदि के नाम पर मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में पूरी भीड़ के साथ प्रवेश करने का प्रयास करते हैं ।

दिव्य अग्रवाल
दिव्य अग्रवाल

ऐसा क्या कारण है कि कट्टरपंथी सदैव तोड़ फोड़ व कानूनी व्यवस्था को ध्वस्त करना पसंद करते हैं । ऐसा क्या कारण है कि पुलिसकर्मियों पर हमेशा की तरह इस बार भी पत्थरबाजी या आगजनी 15 से 25 वर्ष की आयु के बच्चो द्वारा ही कि जाती है । ऐसा क्या कारण है कि जिस समय कट्टरपंथी भीड़ तंत्र में सड़कों पर आते है तो सब कुछ अपने नियंत्रण में करना चाहते हैं । कब तक सुरक्षाकर्मी , मासूम , निर्दोष जनता इस तरह की उन्मादी घटनाओ से त्रस्त होती रहेगी । क्या अब भी स्वम्भू बुद्धिजीवियों को इन घटनाओं में कोई कट्टरपंथी शिक्षा की उत्तेजकता नजर नही आती । कब तक इस उन्मादी व कट्टरपंथी सोच के दुष्प्रभावों को ये देश आतंकवाद से जोड़ कर देखता रहेगा । अब समय आ गया है यदि पूरे विश्व मे मानवता को जीवीत रखना है तो किसी व्यक्ति विशेष का विरोध नही अपितु उस विचारधारा को प्रतिबंधित करना होगा जिसके कारण समाज मे कट्टरपंथी उन्मादी सोच का जन्म होता है ।

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