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धर्म

केदारनाथ से आये कारीगरों द्वारा की गयी फूलों की सजावट को देखने पहुॅंचे दूर-दराज क्षेत्रों के श्रद्धालुगण

बड़ौत के ईमली वाले मन्दिर में जन्माष्टमी पर लगी श्रद्धालुओं की भीड़

– जन्माष्टमी पर फूलों की सजावट की दृष्टि से जनपद बागपत के शीर्ष मंदिरों की सूची में शुमार है बड़ौत स्थित ईमली वाला मन्दिर

बागपत ( उत्तर प्रदेश) बड़ौत के गांधी रोड़ पर स्थित ईमली वाले मन्दिर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी फूलों की भव्य सजावट के साथ जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। फूलों की भव्य सजावट को देखने के लिए जनपद भर से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो चुका है। मंदिर के अध्यक्ष नीरज जैन ने बताया कि हर वर्ष केदारनाथ धाम से फूलों की सजावट करने वाले कारीगर बड़ौत के ईमली वाले मन्दिर में पहुॅंचते है और मन्दिर को बहुत सुन्दर-सुन्दर और मनमोहक खुशबू वाले फूलों से बद्रीनाथ धाम की भांति सजाते है।

बताया कि इस मन्दिर के निर्माण के समय इसके परिसर में ईमली के पेड़ लगे हुए थे जिस कारण इस मन्दिर को लोग ईमली वाला मन्दिर पुकारने लगे। बताया कि इस मन्दिर में जन्माष्टमी पर फूलों की सजावट देखने दूर-दराज क्षेत्रों से श्रद्धालुगण आते है। जन्माष्टमी पर एक से बढ़कर एक भजन-कीर्तन होते है। जन्माष्टमी को भव्य बनाने के लिए मंदिर समिति का हर सदस्य महत्वपूर्ण योगदान करता है। मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुगणों ने बाल रूप में भगवान श्री कृष्ण को झूला झूलाया, पूजा-अर्चना की और प्रसाद का भोग लगाया। इस अवसर पर मंदिर के पुजारी रामायणदीन चतुर्वेदी, युगम जैन सहित अनेकों श्रद्धालुगण उपस्थित थे।

रिपोर्टर विवेक जैन

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