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मूल समस्याओं का निराकरण करना ही सच्ची समाज सेवा है – दिव्य अग्रवाल

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए अपनी कन्या का विवाह करना एक बड़ी चुनौती होती है । विवाह करने के साथ साथ जीवन व्यापन करने हेतु अपनी कन्या को सभी आवश्यक सामान उपलब्ध कराना यह दूसरी बड़ी समस्या है। विवाह के उपरांत ससुराल में सम्मान मिलना यह तीसरी बड़ी समस्या है । समाज के प्रभावशाली लोग भी अब इस ओर सहायता करने में ज्यादा रूचि नही दिखाते जिससे आर्थिक चुनौतियों के कारण बच्चो को जन्म देने से

पूर्व किसी दम्पति को सैकड़ो बार विचार करना पड़ता है। परन्तु कुछ व्यक्ति ऐसे भी है जो इस मूलभूत समस्या के निराकरण हेतु निरंतर प्रयासरत रहते हैं । जिनमे एक नाम भदरी रियासत के कुंवर व प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक राजा रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) का भी है जो लगभग पिछले 25 वर्षों से देवरहा बाबा की स्मृति में प्रति वर्ष 101 कन्यायों का विवाह बिना किसी सरकारी मदद के करवाते आ रहे हैं और रसोई के छोटे से छोटे समान से लेकर सम्पूर्ण घर का प्रत्येक वो सामान भी उपलब्ध करवाते हैं जिसकी आवश्यकता एक परिवार को सामान्य रूप से होती है । परन्तु विडम्बना इस बात की भी है की आज पत्रकार व लेखकों की कलम व डिजिटल टी वी मीडिया किसी भी व्यक्ति विशेष के सकारात्मक कार्यो को प्रकाशित व प्रदर्शित करने के स्थान पर मात्र राजनीतिक दलों के कार्यो को ही प्रसारित करता है । जबकि व्यक्तिगत कार्यो को भी प्रोत्साहित करना चाहिए जिससे अन्य लोगो को भी अपने समाज की सेवा करने की प्रेरणा मिल सके । आज ज्यादातर लोग भजन कीर्तन , भंडारा आदि करके अपने नाम का गुणगान करवाना चाहते हैं जबकि विचारणीय यह है कि जब अपने ही समाज के लोग आर्थिक चुनौतियों के कारण बच्चो को जन्म नही देंगे या आत्महत्या कर लेंगे तब कौन तो भंडारा खायेगा , कौन धार्मिक स्थलों में जायेगा व कौन भजन कीर्तन सुनकर किसी का गुणगान कर पायेगा । अतः निश्चित ही राजा भैया जैसे व्यक्तियो के कार्यो से प्रेरित होकर सभ्य समाज के अन्य व्यक्तियों को अपने समाज की मूल समस्याओं पर कार्य करना चाहिए ।

दिव्य अग्रवाल लेखक व विचारक

 

 

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